Meri rundy mom leela part 3

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  ( meri rundy mom leela part 3 ) Pichli story me aap logo ne pada hoga kaise meri randi mallu mummy mere dost suresh se jamke chudwati haiiii aur ab suresh jab bhi mummy ka off hota , ghar pe aa jata tha aur meri chudakkad mummy ko jee bhar ke chodta tha. Aise ek din dono chudai kar rahe the ki tabhi. Suresh – meri jaan leela tumse kuch puchana hai. Mummy – bolo mera rajaaaaa Suresh – mera ek dost hai aur wo bhi tumhe chodana chahta hai. Mummy – ye kya bol rahe ho , ye nahi hi sakta. Suresh – meri baat tu sun meri raand.Wo mera jigri yaar hai aur usko maine tere baare me sab bata rakha haii. ✕Mummy ghabra ke suresh ko dhekhne lagii. Suresh – are ghabrane ki jarurat nahi hai meri leela raand.Maine bas use ye bataya hai ki maine ek aunty patayi hai aur usse chodta hu. Us din jo bra aur panty teri leke gaya tha , wo usne dekh li mere room me , isliye use batana pada ki wo bra aur panty kaha se aayi. Ab wo mujhse roj request karta hai tujhe chodne ke liye meri randiii....

Bhai ne chhoti behan Ko Pattaya part 8

   ( Bhai ne chhoti behan Ko Pattaya part 8 )
मैंने अब अपने लन्ड को मसलना बंद कर दिया और करवट होकर लेट गया, बिना अंडरवियर के ढीले ढाले बरमूडे में खड़े लन्ड को शालिनी से छुपाना असम्भव था,, मैं सोचता हुआ लेटा रहा,,, अब मैं ये समझ गया था कि शालिनी कुछ कुछ समझ तो रही है मेरे इरादे,,, या अभी भी वो समझ नहीं पा रही है,, अब मैंने एक कदम आगे बढ़ने का तय कर लिया ।

कुछ देर बाद शालिनी आकर मेरे बगल में लेट गई और दो मिनट सीधे लेटने के बाद मेरी तरफ करवट होकर बोली,, 

शालिनी- भाई ,,नींद नहीं आ रही है और ऐसा लग रहा है कि आप भी अपने सीक्रेट वाले गेम में हारने से कुछ बोल नहीं रहें हैं, ।

मैं- अरे नहीं बेबो,,,, नाराज और तुमसे,,, कभी नहीं,,, और वो मेरा ही नहीं सभी ब्वायज का सीक्रेट होता है ,,, कम आन,,, रिलैक्स ,,, वो कभी कभी हो जाता है ,,,, हार्ड,,,, 

शालिनी - ही,,, ही,,, कभी कभी,,, या 

मैंने माहौल को फिर से बनाने की कोशिश की और अपना एक हाथ उसके गालों पर फिराने लगा ,,,, उसकी बड़ी-बड़ी चूचियां सांसों के साथ और बड़ी बड़ी हो रही थी,,,, 
मैं - वो हो जाता है समटाइम्स ... यार वो तुम नहीं समझोगी,, कितना एमब्रैसिंग होता है कभी कभी ,,, तुम लोग की तो मौज है,,, पता ही नहीं चलता,,,, मैं बोलता गया ...

शालिनी- मुझे पता है मेरे राजा भैया, बट ,, ही ही ,, ये अभी ... 
मैं- अरे, कोई नहीं ,, अभी दो मिनट में रेगुलर हो जाएगा ।।

हम दोनों के खुलकर बिना नाम लिए अपने लन्ड के बारे में बात करने की सोच कर ही लन्ड और झटके लेने लगा ।

और वो मेरे पास आ कर मेरे हाथ पर अपना हाथ रख कर उसे धीरे धीरे सहलाने लगी । मैं भी उससे अपने शरीर के नीचे के हिस्से को थोड़ा दूर रखकर उसके बालों में उंगलियां फिराने लगा और उसके बदन की खुशबू से मेरी आंखें बंद होने लगी और शालिनी ने भी हल्की सी मुस्कान के साथ अपनी आंखें बन्द कर ली,,,, अभी रात के एक बज रहे थे और कल संडे होने से हमें कोई प्राब्लम नही थी,,, देर से सोने में,,, 

मैंने अचानक गौर किया कि मूवी से आने के बाद शालिनी मुझे बार बार राजा भैया बोल रही है... मतलब शालिनी को मूवी में उन दोनों भाई बहन का प्यार करना शायद अच्छा लगा और तभी वो उस लड़की के जैसे अपने भाई को राजा भैया बोल रही है,,, मैंने फिर से बात करने की शुरुआत करी ,,,,, 


मैं- शालिनी,,,, अच्छा ये तो सोचो कि इस समय वो दोनों क्या कर रहे होंगे ।

शालिनी - ( आंखें बंद करके ही) कौन दोनों ??


मैं- अरे वही मूवी वाले दी ,,,,, और राजा भैया ।

शालिनी - (आंखें खोल कर एकदम बच्चों जैसे) - ही,,,, ही,,,, जाने क्या कर रहे होंगे ,,,सो गए होंगे और क्या ?

मैं - तुमको लगता है कि मूवी में हमारे सामने इतने बेसबरे लोग सो गए होंगे,,,, ही,,, ही,,,, गुड जोक,,,, 

शालिनी - हां ये तो है कैसे दोनों तेज तेज आवाज करके मूवी में ही शुरू थे,,, अब तो,,,,, और वो चुप हो गई ।

मैं बराबर उसकी पीठ से लेकर सिर तक के खुले फैले बालों को सहलाता रहा । मैंने देखा कि शालिनी भी उन दोनों भाई बहन के बारे में बात करने में मजा ले रही है और मूवी में अपनी चूची मिंजवाने को नजरंदाज कर रही है तो मैं और आगे बढ़ा ,,,, 

मैं- शुरू थे , क्या शुरू थे , अरे वो दोनों तो इस समय एक ही कमरे में होंगे तब तो पगलाये होंगे चुम्मा चाटी में,,, मैं हिम्मत करके बोल गया ... 

शालिनी - हूं ,,, वैसे भाई,,, सच में मुझे तो वो दोनों पागल , बेवकूफ लोग लग रहे थे,,, कैसे वहां सबके सामने,,, 

मैं- अरे, तो बेचारे क्या करें सुना नहीं था कि घर में मौका नहीं मिलता,,,, तभी तो मूवी में आए थे ।

शालिनी- ओह ,,,,। सो सैड स्टोरी ,,,, आपके बड़े बड़े शहरों में ऐसी बड़ी बड़ी बातें होती रहती हैं,,,, है ना,,,, और वो खिलखिला कर हंस पड़ी ,,, ।

"सो सैड नहीं सो सेफ रिलेशन" अगर वो दोनों बेवकूफी ना करें तो तो ,,, इट्स सेफ ... 
आजकल ब्वायफ्रेंडस बहुत परेशान करते हैं रिलेशनशिप में तरह तरह से ,,, 

अब तक की बातों से ये तो पक्का हो गया था कि शालिनी को उन दोनों सगे भाई बहन के बीच प्रेमी-प्रेमिका वाला प्यार देखकर ये नार्मल लगा है और मेरे लिए रास्ता साफ है .... 

मैं- अच्छा मतलब,,, सबके सामने प्यार का इजहार ना करें और और घर में ..... हंसते हुए 

शालिनी- हां हां,, कम से कम बाहर तो ध्यान ही रखना चाहिए, आप सोचो अगर हम दोनों के अलावा कोई और वहां होता तो ,, मतलब कोई अंकल,,, आंटी,,, टाईप ,,, ही ही,,, 

मैं- हां, हां,, कोई और होता तो तो तो ,,,, वो भी शूरू हो जाता वहीं ,,, ।।

शालिनी- (धीरे से फुसफुसाते हुए) तो शुरू तो था ही ,,,,,, 
और थोड़ा तेज से बोली गुडनाईट भाई,,, और सोने की कोशिश करने लगी ।



मैंने ये सुना तो मूवी में शालिनी की चूंचियों को मसलने की याद आ गई और मुझे ये भी लगा कि उसे मूवी में पब्लिक प्लेस पर मेरे हाथों से चूचियां दबवाना पसंद नहीं है,,, और घर के अंदर,,,??? खैर कुछ देर में हम दोनों को ही नींद आ गई ।

अगली सुबह हम दोनों की आंखें साथ ही खुली और शालिनी बिल्कुल नार्मल बिहैव कर रही थी । वही रोज जैसे गांड़ मटकाते हुए चलना ... चूंचियों को उछाल उछाल कर चलना ,,, मैं भी दिन में कोई सीन क्रिएट करने के मूड में नहीं था,,, दिन भर हमने घर की साफ-सफाई की और पेंडिंग काम निपटाते रहे और कई बार अब हम दोनों में द्विअर्थी बात हो जा रही थी । 

बाहर बरामदे में सफाई करते हुए जब मेरी नज़र कपड़ों पर पड़ी, तो मैंने देखा कि शालिनी की जिन दो ब्रा में मैंने मुठ मारी थी पिछले दिनों,, वही लाल और काली ब्रा टंगी हुई है.... इसका मतलब शालिनी ने दोनों ब्रा को अब तक धोया नहीं था,,, क्या शालिनी को पता चल गया था कि उसकी ब्रा में मैंने हस्तमैथुन करके अपने वीर्य से लबालब भिगोया है, । और इसी तरह काम करते समय मैं शालिनी के बदन को देख देख कर गनगना उठा और आगे उसे छूने के बहाने बनाने की सोचने लगा ।

और शालिनी के बदन की गोलाईयों को देख कर मेरा दिन कट गया ,शाम को खाने के बाद हम दोनों थोड़ी देर छत पर टहले और पड़ोसी सेक्सी सुनीता भाभी से हम दोनों ने काफी देर तक बातें की । भाभी ने शालिनी की खूबसूरती की जी भर तारीफ की, चांदनी रात में शालिनी की मस्त जवानी के दीदार का अहसास अलग था मैं अब उसके शरीर से उसके समर्पण के साथ खेलना चाहता था चोरी चुपके से नहीं ।।,, मगर कैसे ??

भाभी ने ऐसे ही मजाक मजाक में पूछ लिया कि हम दोनों साथ सोते हैं कि अलग-अलग रूम में ,,, तो शालिनी ने बहुत सफाई से झूठ बोला 

शालिनी-भाभी, एक्चुअली भैय्या आगे रूम में देर तक टीवी देखते हैं और मैं पढ़ाई के लिए पीछे रूम में ही रहती हूं,,, वही सो भी जाती हूं ।

भाभी- अरे, मैं तो कह रही थी,,,सुला लो सागर भैय्या मेरी लाडो रानी को अपने पास,, नहीं तो कोई और ले उड़ेगा,, ज़माना ख़राब है और मेरी ननद रानी बहुत सेक्सी... पटाखा,,, सम्हल के रहना , मेरी बन्नोरानी,,, मेरे देवर से,, और वो हंसने लगी ।।

शालिनी- हां हां,, खूब मजे ले लो आप लोग,,, मुझे सेक्सी बोल बोल कर, भाभी आप भी ना...

भाभी -अरी बन्नो , मैं तो मजाक कर रही हूं, सागर भैय्या बहुत ही केयरिंग हैं और तुम्हारा अच्छे से ख्याल रखेंगे ।। फिर थोड़ी देर बात करने के बाद हम नीचे आ गये ।

और मैं आईने के सामने बाल संवारती हुई शालिनी को देख कर अपनी चाल चलते हुए बोला ...

पता है बचपन में मैं तुम्हें अपने कंधे तक उठा लेता था ,,, अब पता नहीं ... उठा पाऊं कि नहीं ,,, ।

शालिनी :- क्यू नहीं उठा सकते भाई...मैं इतनी भारी नहीं हूं और मोटी तो बिलकुल भी नहीं हु.... 


शालिनी ने थोड़ा माहौल को हल्का करने के लिए मजाक किया लेकिन जब उसने सोचा होगा कि वो क्या बोल गयी तब उसे अहसास हुआ होगा कि वो गलती कर बैठी है ।


... ये सुनके मेरी आंखो में चमक आ गयी... शालिनी को उठाने की उसे गोद में बिठाने की बात को सोचते ही... मेरे मन में दबी हवस एकदम से उछल पड़ी।

मैं :- नहीं नही, तुम बिलकुल मोटी नहीं ...बल्कि बिलकुल फिट हो... सुपर हिट हो ... मेरी बहना, देखा नहीं भाभी जान कैसे तुम्हारी खूबसूरती की तारीफ कर रही थीं।।

(मन में...तुमने सही जगा पे सही वजन बढा़या हुआ है बेबी .. जहां जितनी मांसलता होनी चाहिए उतनी ही है...)

शालिनी :- हम्म्म्म्म .. 

और वो थोड़ी शरमा गयी , मैं उसके चेहरे को देखते हुए उसे उठाने लगा ।


शालिनी- भाई जी,,,, प्लीज़ ,आराम से उठाना...गिरा मत देना...और उससे भी इम्पोर्टेन्ट अपनी कमर का ख्याल रखना....

मैं :- तुम चिंता मत करो...अभी बहुत जान है मुझमे...

हम दोनों ने एकदूसरे को देखा... शालिनी ने आज भी वही घुटनों के काफी उपर तक वाली निक्कर पहन रखी थी ..टॉप तो हमेशा की तरह वो बिना बांह की टी-शर्ट थी ...और मैं थोड़ा आगे हुआ... शालिनी की तेज चलती हुए सांसे मेरेे चेहरे से टकराईं....उसके जिस्म की खुशबू मेरी सांसों में बस सी गयी...

शालिनी को भी मेरी साँसों की महक आने लगी थी ... मैंने शालिनी की कमर पे हाथ रखा और और थोड़ा झुका... मेरा चेहरा शालिनी की गोल मटोल बड़ी सी चुचियों के करीब था.... मैं उन्हें देखने लगा... शालिनी को मेरी साँस अपनी चूचियों के बीच क्लीवेज पे महसूस हुई....उसने देखा की मैं बड़ी बड़ी आखे फाड़ के उसकी चुचियों को घूर रहा हूं...
तो शालिनी ने अपने हाथ मेरेे कंधे पे रखे और इंतजार करने लगी की मैं उसे उठाऊंगा...

मैं शालिनी की चुचियों को इतने करीब से देख रहा था... और मेरा लन्ड बिना अंडरवियर के फिर से बरमूडे में खड़ा हो गया था ।


....फिर मैं अपने हाथ धीरे से नीचे ले गया... मैं जानबुझ के अपनी हथेलियां शालिनी की गांड को सहलाते हुए नीचे ले गया...क्यू की पता नहीं, ऐसा मौका दुबारा कब मिले या, ना मिले... शालिनी को मेरे हाथों का स्पर्ष अपनी गांड पे होते ही उसकी आँखे बंद सी हुई...उसकी आह निकल गयी...लेकिन उसने वो बाहर अपनी जुबान पर नहीं आने दी....शायद वो भी गर्म होने लगी थी और उसकी भी चूत गीली होने लगी हो ......उसका जिस्म गरम होने लगा...


ये सब सिर्फ कुछ सेकण्ड में हुआ लेकिन बहुत गहरा असर छोड़ रहा था मैंने अपने हाथ उसकी सुडौल गांड के नीचे ले जाकर एक हाथ से दूसरे हाथ को पकड़ा और शालिनी को उठाने लगा.... 
शालिनी ने मुझे गले से पकड़ रखा था...एक झटके के साथ शालिनी के दोनों पैर हवा में थे...झटके के कारण शालिनी का बैलेंस थोडा बिगड़ा और उसका भार मुझ पर पड़ने लगा...उसकी चुचियां अब मेरे चहरे पे दब सी गयी..
और मेरी नाक में उसकी चूचियों की महक भर गई 

शालिनी ने तुरंत अपने आप को थोड़ा पीछे किया...लेकिन तब तक मुझको उसकी बड़ी-बड़ी चूचियों के गुदाजपन का अहसास हो चूका था...कुछ पल के लिए ही सही लेकिन मैंने अपने होंठ शालिनी की चुचियों पे रख दिए थे....

आज ये पहली बार हुआ था कि मेरे होंठों ने उसकी बड़ी बड़ी नरम चुचियों को अपने होंठों से छुआ भले ही वो टी-शर्ट के ऊपर से ही था । उसकी बड़ी-बड़ी चूचियों को अपने चेहरे पे पा के मेरे होश उड़ गए थे.... मेरा लगभग सात इंच लम्बा और ढाई इंच मोटा लौड़ा खड़ा हो गया था जो अब सीधा 90 डिग्री के एंगल में खड़ा हो चुका था और शालिनी की नंगी जांघ पे रगड़ खा रहा था....

शालिनी को जब मेरे कड़क लंड का अहसास हुआ तो उसकी चूत और भी गीली होने लगी होगी ...उसके कान एकदम गरम हो गए...उसका चेहरा और गुलाबी रंग का होता जा रहा था......
शायद शालिनी को अब ये सब बर्दास्त के बाहर हो रहा था....


शालिनी- ओह ... भाई प्लीज़ नीचे उतारिये...मैं गिर जाउंगी....।



Is kahani k agla bhag ( next part 9 ) 

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