Meri rundy mom leela part 3

Image
  ( meri rundy mom leela part 3 ) Pichli story me aap logo ne pada hoga kaise meri randi mallu mummy mere dost suresh se jamke chudwati haiiii aur ab suresh jab bhi mummy ka off hota , ghar pe aa jata tha aur meri chudakkad mummy ko jee bhar ke chodta tha. Aise ek din dono chudai kar rahe the ki tabhi. Suresh – meri jaan leela tumse kuch puchana hai. Mummy – bolo mera rajaaaaa Suresh – mera ek dost hai aur wo bhi tumhe chodana chahta hai. Mummy – ye kya bol rahe ho , ye nahi hi sakta. Suresh – meri baat tu sun meri raand.Wo mera jigri yaar hai aur usko maine tere baare me sab bata rakha haii. ✕Mummy ghabra ke suresh ko dhekhne lagii. Suresh – are ghabrane ki jarurat nahi hai meri leela raand.Maine bas use ye bataya hai ki maine ek aunty patayi hai aur usse chodta hu. Us din jo bra aur panty teri leke gaya tha , wo usne dekh li mere room me , isliye use batana pada ki wo bra aur panty kaha se aayi. Ab wo mujhse roj request karta hai tujhe chodne ke liye meri randiii....

Bhai ne chhoti behan Ko Pattaya part 1

          ( Bhai ne behan Ko Pattaya part 1 )
नमस्कार,
आज लगभग दस महीने हुए हैं मेरे साथ मेरी छोटी बहन शालिनी को रहते हुए, हमारे लखनऊ के मकान में...
मैं पिछले चार साल से यहां रहता हूँ, बी.एस.सी करने के बाद मैं एक कम्पनी में मेडिकल रिप्रजेंटेटिव की जाब करने लगा हूं, हमारा गांव यहां से 100 किमी की दूरी पर है, घर पर मां सरोजिनी और बहन शालिनी रहतीं हैं। मां पिता जी की जगह अनुकम्पा जाब पर बैंक में सहायिका हैं, खेती बाड़ी भी पर्याप्त है। खैर मैं नौकरी के साथ साथ इग्नू से पढ़ाई भी कर रहा हूं, मैं दो वर्ष ब्वायज हास्टल में रहने के बाद दो कमरों वाला छोटा मकान एल डी ए की गोमतीनगर स्कीम में मिल गया किस्तों पर और पिछले दो साल से मैं अपने निजी मकान में रहने लगा।

शालिनी का इंटरमीडिएट का रिजल्ट आने पर मैंं घर आया तो मां ने बताया कि यह अब BSc लखनऊ से ही करना चाह रही है तो मैंने कहा अच्छी बात है फार्म तो पहले ही डाल रखें हैं, देखते हैं कि किसी अच्छे कालेज में एडमिशन मिल जाये । मां ने कहा कि इसे अपने साथ ही ले जाओ और इससे तुम्हारे खाने पीने की भी सहूलियत हो जायेगी, मैं तुम लोगों से मिलने महीने पन्द्रह दिन में आती रहूंगी ।
शालिनी ने बहुत मेहनत से पढाई की और 89% मार्क्स लायी थी, मैंने देखा कि वह बहुत खुश है और उसने लेक्चरर बनने की इच्छा जाहिर की।
मेरी उम्र इस समय 24साल और शालिनी की 19 साल है, हम लोगों का रहन सहन का स्तर गांव के अन्य परिवारों से थोड़ा बेहतर है, घर पर मां साड़ी पहनती हैं और शालिनी सलवार सूट या स्कर्ट् टाप । मैं पांच साल से लखनऊ रहता हूँ इसलिये शालिनी और मेरे बीच कभी कोई तू तू मैं मैं नहीं हुई। हर रोज हम लोगों की फोन पर बात होती थी, जब मैं घर रहता था तब शालिनी की उम्र 13 साल थी और वह युवावस्था की ओर बढ़ रही थी।
घर पर खाना खाते हुये रात में,
सरोजिनी - सागर बेटा, मैंने शालिनी की पैकिंग कर दी है, सुबह कितने बजे निकलना है।
सागर- मम्मी आज कल गर्मी बहुत हो रही है इसलिए सुबह 5 बजे वाली बस से निकलना ठीक रहेगा।
सरोजिनी- बेटा, जितने भी अच्छे कालेज हैं सभी में अप्लाई कर रखा है आनलाइन तूने पर देखना अगर अपने घर के पास ही एडमिशन मिल जाये तो बहुत ही अच्छा रहेगा।
शालिनी- दद्दा ,कालेज अच्छा हो चाहे पास हो या दूर
सागर- ठीक है इसी हफ्ते में सभी कालेजों की लिस्ट जारी होगी, देखते हैं ।
सरोजिनी- और हां सागर, शालिनी को पहले जाकर थोड़ी शापिंग करा देना, कुछ डेलीवियर और कालेज जाने के लिए...
शालिनी- मां ... वो दद्दा से वो भी...
सागर- क्या बात है बहन
सरोजिनी- अरे कुछ नहीं सागर , शालिनी काफी दिनों से जीन्स वगैरह पहनना चाह रही है, मैंने कहा था जब बाहर पढऩे जाओगी तब पहनना, इसे इसकी पसंद के ही कपड़े दिलाना..
सागर- ओ के , मम्मी कपडों के अलावा भी काफी चीजें लेनी पड़ेंगी, मेरा तो अकेले कैसे भी चल जाता था, बाथरूम भी ठीक कराना है और पीछे कमरे की साफ-सफाई भी, शालिनी पीछे वाले कमरे में रहेगी जिससे इसकी पढ़ाई में कोई दिक्कत न हो।

खाने के बाद मां ने कहा बच्चों जल्दी सो जाओ सुबह निकलना भी है, हम दोनों मां के ही बेड पर दायें बायें उनको लिपटकर सो गए ।
सुबह हम लोग जल्दी ही तैयार हो कर हाईवे पर आकर बस में बैठ गए, फैजाबाद शहर से भीड़ बढ़ती गई और आस-पास काफी लोग बस में खड़े खड़े सफर कर रहे थे। कुछ देर बाद मैंने देखा कि एक आदमी लगातार हमारी तरफ घूर रहा है, शालिनी विन्डो साइड बैठी बाहर देख रही थी, 
जब मैंने गौर से देखा तो शालिनी का दुपट्टा खिसकने की वजह से उसके सीने के उभार का काफी हिस्सा दिख रहा था, मेरी समझ में नहीं आया कि मैं क्या करूँ? उस आदमी को टोकने से कोई फायदा नहीं था वह हटता तो दूसरा आ जाता।। कुछ देर सोचने के बाद मैंने धीरे से शालिनी के कान में कहा- अपना दुपट्टा ठीक करो बेटा...


बस अपनी रफ्तार से चली जा रही थी, शालिनी ने अब अपना दुपट्टा ठीक कर लिया था और हम लोग थोड़ी बहुत बातें करते हुए लखनऊ आ गए, आटो लेकर अपने घर आ गए।
कालोनी के मकान को आगे हिस्से पर मैंने बड़ा गेट लगवा दिया था जिससे गेट बंद होने पर पूरा घर सुरक्षित था, मैंने गेट खोला और आटो से सामान उतारकर अंदर ले आया और गेट बंद कर लिया, गेट बंद होने पर बाहर से हमारे घर के अंदर का कुछ नहीं दिखता था.. । अंदर का रूम खोल कर जल्दी से मैंने कूलर चलाया, क्योंकि हम दोनों पसीने पसीने हो रहे थे गर्मी के कारण।
शालिनी आज हमारे मकान में पहली बार आयी थी तो उसने पीछे वाला कमरा, किचन, बाथरूम सब घूम घूम कर देख रही थी और हम लोग बातें कर रहे थे। मैंने गर्मी के कारण अपनी जीन्स शर्ट निकाल दी और अंडरवियर बनयान में बिस्तर पर लेट गया। शालिनी भी आगे बरामदे से पीछे कमरे तक कई चक्कर लगाकर हाथ मुंह धोकर मेरे पास ही बेड के साइड में बैठ गई। और हम लोग बात करने लगे।।
सागर- शालिनी, तुम भी कपड़े चेंज करलो और थोड़ा आराम करलो फिर हम लोग दोपहर बाद मार्केट चलेंगे।

शालिनी- नहीं नहीं दद्दा, मैं ऐसे ही ठीक हूं, और चेंज करके भी सूट ही पहनना है तो यही ठीक है
सागर- क्यों ? कोई हल्के कपड़े नहीं है क्या, नाईटी वगैरह
शालिनी- नहीं भाई
सागर- अच्छा कोई बात नहीं तुम ऐसा करो अभी मेरा बरमूडा और टीशर्ट पहन लो, शाम को हम लोग नये कपड़े लेंगे।।

मेरी लम्बाई 5' 10" और शालिनी की 5' 7" । रंग हम दोनों का ही गोरा है, मैने उठकर पीछे कमरे से लाकर उसे कपड़े दिये और कहा ये पहन लो थोड़ा गर्मी कम लगेगी । शालिनी ने कपड़े लिए और पीछे कमरे मे जाकर चेंज करके मेरे पास आकर बैठ गई, 
सागर- ओ हो.. कपड़े लेने की कोई जरूरत नहीं है, मेरा ही साइज फिट आ रहा है... (शालिनी ने टीशर्ट और नेकर पहली बार पहना था) , 
ये सुनकर शालिनी हंसने लगी और खड़े होकर मुझसे कहने लगी कि ये कपड़े तो बहुत आरामदायक हैं दद्दा, कितना फ्री लग रहा है ।।

मैंने उससे कहा अब तुम भी आराम कर लो, यहींं लेट जाओ अभी तुम्हारे लिए पीछे कमरे को साफ करके उसमें पंखा लगवा दूं, शालिनी वहीं मेरे साथ ही लेट गई, सफर की थकान से हम दोनों जल्दी ही सो गए

सफर की थकान से हम दोनों एक ही बिस्तर पर सो रहे थे, दो छोटे दीवान जोड़ कर एक बेड जैसा बन गया था जिस पर दो लोग आराम से सो सकते थे। पीछे कमरे में एक सिंगल दीवान पड़ा था। 
दोपहर के तीन बजे मेरी नींद खुली तो मुझे बहुत भूख लगी थी, मैं उठकर बाहर बरामदे में बेसिन में हाथ मुंह धोकर मैगी नूडल्स बनाने लगा ।फिर मैंने शालिनी को आवाज लगाकर जगाया, पर वह नहीं उठी। मैगी बनाने के बाद मैं कमरे में आकर शालिनी को हाथ लगाकर उठाने ही जा रहा था कि मैं एकदम से रुक गया। शालिनी इस वक्त करवट लेटी थी और उसके दोनों दूध के बीच की घाटी का काफी हिस्सा मेरी वी गले की टीशर्ट से दिख रहा था। हर बार सांस लेने के बाद उसके दूध भी फूल-पिचक रहे थे। मैं उसे जगाने के बजाय उसके पूरे बदन को उपर से नीचे की ओर देखने लगा । अब मुझे एहसास हुआ कि मेरी बहन शालिनी बहुत ही खूबसूरत है और मां की ही तरह उसका शरीर भी हर हिस्से से खूबसूरत कटाव लिए है,, 
मैं शालिनी से बस कुछ इंच की दूरी पर खड़ा हुआ वहीं पर जैसे फ्रीज हो गया था । अचानक मुझे सुबह बस की बात याद आ गई कि कैसे वो आदमी शालिनी का दुपट्टा खिसकने के बाद उसके दूधों को घूर रहा था और यहां अब मैं खुद अपनी बहन के दूधों को हर सांस के साथ उठते बैठते देख रहा था।।

मुझे बहुत अजीब सा लगा कि मैं ये क्या कर रहा हूं अपनी ही सगी बहन को मैं एक लड़की/औरत की तरह कैसे देखने लगा ।। मैंने बाहर बरामदे में आकर फिर से मुंह धोया और अंदर आकर शालिनी के दाहिने पैर को हिलाकर उसे जगाया ...

शालिनी को मैंने जगाया, उठते ही उसने एक अंगड़ाई ली और दोनों हाथ सिर के पीछे लेजाकर उसने अपने बालों को ठीक किया । एक बार फिर मेरी नजर बहन के बड़े बड़े स्तनों पर टिक गई जो उसके बाल संवारने से और भी बड़े दिख रहे थे। शालिनी उठकर टायलेट करके फ्रेश होकर आई और हमलोग ने नाश्ता किया,
मैं- शालिनी तुम ऐसा करो कि अभी किचन में जरूरत की चीजों की लिस्ट बना लो, मैं तो ऐसे ही कुछ भी कहीं भी खा लेता था।हम लोग इधर से जाते समय किरानास्टोर पर दे देंगे और शापिंग से वापस आते में लेते आयेंगे।
शालिनी- जी भाईजी, 
मैंं अभी भी चड्ढी बनयान मे ही था, असल मे अकेले रहने के कारण गर्मी के दिनों में मैं कम से कम कपड़ों में या नंगे रहना ही पसंद करता था, अकेले रहने के अपने मजे हैं, 
खैर शालिनी की मौजूदगी में नंगे रहने का सवाल ही नहीं था। मैं नहाने के लिए बाथरूम में चला गया, हमारा बाथरूम और लैट्रीन ज्वाइंट है और उपर छत पर जाने वाले जीने के नीचे बना है, बाहर बरामदे में ही दूसरी साइड अपनी अपाचे बाईक रखता था और कपड़े भी वहीं सुखा लेता था मैं नहाकर वैसे ही चड्ढी बनयान पहनकर कमरे के अंदर आया तो शालिनी ने लिस्ट मेरे हाथ में दे दी, उसने इन 15 मिनट में ही किचन से लेकर डेलीयूज की लगभग सभी चीजों की लिस्ट बना दी थीं, हम दोनों ने आपस में बात करके लिस्ट फाईनल कर ली, मैंने शालिनी से कहाकि तुम भी जल्दी से नहाकर तैयार हो जाओ, शालिनी ने अपना बैग उठाकर बेड पर रखा और अपने लिए कपड़े निकालने लगी, मैं इस बीच कमरे की अलमारी में लगे बड़े आईने में अपने बाल खींच रहा था, शालिनी ने एक ग्रीन कलर का सूट निकाला और साथ में एक काली चड्ढी और सफेद समीज( स्लिप) निकाली, और मुझसे बोली - दद्दा मैं टावेल नहीं लाई हूं पुरानी थी काफी, अभी आपकी ही ले लूं !
मैं - मैंने कहा हां ले लो बाहर ही है । उसे समझाते हुए कहा कि अब यहां कोई भी चीज के लिए पूछना नहीं न ही किसी चीज में शर्म हिचक रखना, जैसे चाहो, मस्त होकर रहो और पढ़ाई करो ।

वह कपड़े लेकर नहाने बाथरूम में चली गई और मैं कपड़े पहनने लगा । कपड़े पहनने के बाद मैंने एक चीज ध्यान की, कि शालिनी ने ब्रा नहीं निकाली, ब्रा का खयाल मन में आते ही एक अजीब सी फीलिंग हुई। मुझे लगा वो शायद भूल गई है और पता नहीं क्या सोचकर मैं उसके बैग में ब्रा ढूंढने लगा, वो ज्यादा कपड़े नहीं लायी थी क्योंकि उसे नये स्टाइलिश लुक वाले कपड़े यहीं लेने थे। उसके बैग मे ब्रा नही मिली, मैंने बैग बंद कर बेड के नीचे रख दिया । बाथरुम से शावर चलनेकी आवाज आ रही थी, मुझे अजीब सी उत्तेजना हो रही थी ।
मैंने टीवी चला ली और न्यूज देखने लगा।
शालिनी नहाकर कमरे में आयी तो एक अजीब सी सुगंध जैसी फैल गई, उसने सलवार सूट पहन रखा था और उसका सूट काफी टाईट फिटिंग का था जो उसपर बहुत अच्छा लग रहा था, वो आईने के सामने आ कर बाल ठीक करने लगी, बाल बनाते बनाते वह पूछने लगी कि आपको भी शापिंग करनी है अपने लिए ना ।
मैं- नहीं अभी आज सिर्फ तुम्हारे लिए जरूरी कपडे ले लेते हैं फिर एडमिशन के बाद ले लेंगे। तुम बताओ क्या क्या लेना है।
शालिनी- घर के डेलीवियर और कालेज जाने के लिए दो सेट ।

मैंने बाइक निकाली और गेट लाक कर हम लोग मार्केट के लिए निकल लिए, धूप बहुत तेज थी तो शालिनी ने अपना दुपट्टा पूरे चेहरे पर बांध लिया था और दोनों साइड पैर करके बैठ गई ।।


                    ( Watch next part 2)


Hamare sath bane rahiye or is kadi k agla part  padhe

Bollywood Hindi sex movie dekhne k liye niche video p click kre.⬇️⬇️⬇️⬇️


Comments

Popular posts from this blog

dirty mommy - slut ( english incest story ) ( part 1 )

Bete ka pyar ( incest story ) part2

Put your cock inside mommy pussy